Tuesday, September 8, 2009

मेरा जग रोशन

जुहू बीच पर दुड़की लगाते इस लड़के की तस्वीर मैंने क़ैद नहीं की, बस यूं समझिये हो गई। क्यूंकि शायद मैं चाहकर भी उसके पैर से छलकते पानी को इतना ख़ूबसूरत नहीं बना पाता अगर सूरज की चमक ठीक वही जगह दिलचस्प तरीक़े से रोशन नहीं कर जाती।

4 comments:

  1. हार्दिक शुभ कामनाएं !
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    मुझे आपके इस सुन्‍दर से ब्‍लाग को देखने का अवसर मिला, नाम के अनुरूप बहुत ही खूबसूरती के साथ आपने इन्‍हें प्रस्‍तुत किया आभार् !!

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  2. सही कहा .. किसी को खूबसूरत बनाना तो प्रकृति के हाथों में है !!

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  3. तुम्हारे ब्लॉग की अब तक की सबसे खूबसूरत तस्वीर पर अपनी शुभकामनाएं लिख रहा हूं। तुम्हारे किसी काम के लिये बेहतरीन शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहूंगा क्योंकि तुमसे हमेशा और बेहतर की उम्मीद बनी रहती है।
    इस नयी शुरुआत के लिये हार्दिक शुभकामनाएं....

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