

दोनों ही चित्र प्रकृति के रंगों को बख़ूबी दिखा रहे हैं। पहला, एक टिड्डा जो ताजमहल के पीछे यमुना नदी के किनारे तार की बाड़ पर आराम फ़रमा रहा है या हो सकता है, ताज को निहारने निकला हो!
दूसरा, ख़ूबसूरत भोपाल लेक पर बत्तखों के एक झुंड के बीच मासूम सी नज़र आ रही बतख का।